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पीएम मोदी जी का बडा एलान जान के हो जाएंगे हैरान

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में कई विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन के अवसर पर प्रधानमंत्री का संबोधन






हर हर महादेव !

मंच पर कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, शैक्षिक के माध्यम से जुड़े इस कार्यक्रम से जुड़े अन्य राज्यों के केंद्रीय राज्यपाल और मुख्यमंत्री जी, केंद्रीय उद्योग के मेरे सहयोगी श्रीमान नायडू जी, शैक्षिक के माध्यम से जुड़े केंद्र अन्य सहयोगीगण, यूपी के उप-मंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक जी, यूपी सरकार के अन्य मंत्रीगण, अल्पसंख्यकगण और सहयोगीगण, और बनारस के मेरे सहयोगी और मित्र!

आज फिर एक बार मुझे अपने घर बनारस आने का अवसर मिला है... आज चेतगंज में- नक्कटैया मेला भी है... धनतेरस, दीपावली और छठी मैया के त्योहार- ये सब आते हैं... और वो पहले आज मैं काशी के विकास के उत्सव का भी साक्षी बन रहा हूँ। आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।

दोस्तो

आज काशी के लिए बहुत ही शुभ दिन है। मैं अभी-अभी एक बड़े उत्सव अस्पताल का उद्घाटन करके आपके बीच आया हूं, और इसी तरह थोड़ी देर से आया हूं। शंकरा नेत्र सहायता अस्पताल बुजुर्गों और बच्चों के लिए बहुत कुछ करने वाला है। बाबा के आशीर्वाद से यहां हजारों करोड़ रुपये की आज की मूर्तियां और भंडार हैं। इनमें देश और यूपी के विकास को नई पाइपलाइन पर ले जाने वाली मूर्तियां शामिल हैं। आज यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, एमपी और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग एयरपोर्ट का उद्घाटन हुआ है। इसमें आगरा के शोरूम और सरसावा का एयरपोर्ट भी शामिल है। कुल मिलाकर आज बनारस को शिक्षा, कौशल विकास, खेल, स्वास्थ्य, पर्यटन जैसे हर क्षेत्र की परियोजनाएँ मिलीं। ये हमारे युवा हमारे युवाओं के लिए सुविधाओं के साथ-साथ रोज़गार के लिए कई नए अवसर लेकर आते हैं। यहां भगवान बुद्ध की उपदेश भूमि सारनाथ है। कुछ दिन पहले मैंने अधिधम्म महोत्सव में भाग लिया था। आज मुझे सारनाथ के विकास से जुड़े भव्य मैग्रों के सिद्धांतों के बारे में भी बताया गया है, उनकी पाली और प्राकृत भाषाएं भी बताई गई हैं। और पाली भाषा का सारनाथ से विशेष नाता है, काशी से विशेष नाता है, प्राकृत भाषा का भी विशेष नाता है। और इसलिए शास्त्रीय भाषा के सिद्धांत पर हम सभी को गर्व है। मैं इन सभी विकास प्रयासों के लिए आप सभी को, मेरे काशीवासियों और देश के सभी नागरिकों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों, जब आपने मुझे लगातार तीसरी बार सर्विस का ऑर्डर दिया था, तब मैंने थ्री गुनी स्पीड से काम करने की बात कही थी। अभी सरकार बने 125 दिन भी नहीं हुए हैं। इतने कम समय में ही हमारे देश में 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक की मंजूरी और टेलीकॉम पर काम शुरू हो गया है। इस बजट का ज्यादातर हिस्सा गरीब, किसान और युवाओं के नाम पर है। आप चर्चा सोचिए, 10 साल पहले जब अखबारों में सरकार के लाखों करोड़ के आंकड़े होते थे, तो चर्चा का विषय ही लाखों करोड़ के आंकड़े होते थे। आज सिर्फ 125 दिन में 15 लाख करोड़ रुपये का काम शुरू होने की चर्चा घर-घर में हो रही है। यही वो बदलाव है जो देश चाहता है। जनता का पैसा जनता पर खर्च हो, देश के विकास पर खर्च हो, पूरी ईमानदारी के साथ खर्च हो, ये हमारी बहुत बड़ी प्राथमिकता है।

दोस्तो,

10 वर्षों में हमारे देश में ग्राफिक्स विकास का एक बहुत बड़ा अभियान शुरू हुआ है। और इस अभिलेख अभियान के दो बड़े लक्ष्य हैं। पहला लक्ष्य है निवेशकों के माध्यम से निवेश करना। दूसरा लक्ष्य है युवाओं को रोजगार मुहैया कराना। आज में अत्याधुनिक हाईवे बन रहे हैं, नई रूट्स पर रेल की पटरियां बनाई जा रही हैं, नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं और ये सिर्फ गठजोड़, पत्थर और लोहे की रोड का काम नहीं है, बल्कि इससे लोगों की सुविधाएं भी बढ़ रही हैं ,देश के युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है।

दोस्तो

आप देखिए, जब हमारे यहां रेलवे एयरपोर्ट तक हाईवे बना, एयरपोर्ट पर आधुनिक प्रशिक्षण दिया गया, तो क्या सिर्फ आने-जाने वालों को फायदा हुआ? नहीं, इससे बनारस के कई लोगों को रोजगार मिला। कृषि, उद्योग और पर्यटन, पर्यटन को बढ़ावा मिला। आज बनारस आने-जाने वालों की संख्या तेजी से बढ़ती है। कोई पर्यटन के लिए आ रहा है, कोई व्यापार के लिए आ रहा है, इसका फायदा आपको मिल रहा है। इसलिए अब जब एलओएलईडीपुर एयरपोर्ट का विस्तार होगा, तो आपको और फायदा होगा। आज इस पर काम भी शुरू हो गया है। जब ये काम पूरा हो जाएगा तो यहां और भी ज्यादा हवाई जहाज की सुविधा मिलेगी।

आधुनिक आर्किटेक्चर के इस महायज्ञ में हमारे हवाई अड्डे, उनकी भव्य संरचना, आधुनिक तकनीकें आज दुनिया भर में चर्चा का विषय हैं। 2014 में हमारे देश में कुल मिलाकर 70 हवाई अड्डे थे। और नायडू जी ने अभी विस्तार से बताया, आज 150 से ज्यादा एयरपोर्ट हैं। और हम पुराने पासपोर्ट का मीनिंग भी कर रहे हैं। पिछले साल देश के एक खाते से ज्यादा एयरपोर्ट पर नई सुविधाओं का निर्माण किया गया, यानी हर महीने एक। इनमें से एक, पिरामिड, श्रावस्ती और पुरातत्व एयरपोर्ट शामिल हैं। अयोध्या भी एक भव्य अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है, जिसका हर दिन रामभक्तों द्वारा स्वागत किया जा रहा है। सोचिए, वो भी क्या दिन थे जब यूपी को उसकी खस्ताहाल सड़कों के लिए ताना मारा गया था। आज यूपी की पहचान एक्सप्रेसवे वाले राज्य के रूप में है। आज यूपी की सबसे ज्यादा पहचान अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाले राज्य के रूप में है। ज्वेर में भी जल्द ही ग्रैंड इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनने जा रहा है। यूपी की इस प्रगति के लिए मैं योगी जी, केशव प्रसाद मौर्य जी, ब्रजेश पाठक जी और उनकी पूरी टीम की सराहना करता हूं।

दोस्तोदोस्तो,

बनारस के न्यूनाधिक रूप से जब मैं यहां की प्रगति दृष्टि रखता हूं तो मुझे संतोष होता है। हम सभी ने मिलकर काशी को शहरी विकास का मॉडल सिटी बनाने का सपना देखा है। एक ऐसा शहर जहां विकास भी हो रहा है और विरासत भी संरक्षित हो रही है। आज काशी की पहचान बाबा विश्वनाथ के भव्य और दिव्य धाम से होती है, आज काशी की पहचान रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से होती है, आज काशी की पहचान रिंग रोड और गंजरी स्टेडियम जैसे प्रभावशाली प्रोजेक्ट्स से होती है। आज काशी में रोपवे जैसी आधुनिक पोशाकें बन रही हैं। ये चौड़ी सड़कें, ये गलियां, गंगा जी के ये खूबसूरत घाट आज हर किसी का मन मोह रहे हैं।

दोस्तोदोस्तो,

हमारा लगातार प्रयास है कि हमारा काशी, हमारा निरपेक्ष व्यापार और व्यवसाय का बड़ा केंद्र बने। इसलिए, कुछ दिन पहले ही सरकार ने गंगाजी पर एक नए रेल-रोड ब्रिज का निर्माण शुरू किया है। - ये राजघाट का पुल है... इसके पास ही एक और भव्य पुल बन रहा है... इसके नीचे कई गाड़ियां चलती हैं... और इसके ऊपर 6 लेन का हाईवे भी बना है... लाभ बनारस और चंदौली के लाखों लोगों से मिलाप है।

दोस्तो ,

हमारी काशी अब खेलों का भी बड़ा केंद्र बन रही है। सिगरा स्टेडियम अब आपके सामने है नया रंग-रूप। नए स्टेडियम में राष्ट्रीय टीम से लेकर ओलिंपिक तक की प्रशिक्षुता की व्यवस्था की गई है। यहां खेलों की आधुनिक मशीनरी तैयार की गई हैं। काशी के युवा खिलाड़ियों में है इतनी क्षमता, ये एमपी एमपी गेम प्रतियोगिता के दौरान देखी गई है। अब हमारे बेटे-बेटियों को बड़े खेलों की तैयारियों के लिए अच्छी तरह से मिला दिया गया है।

साथियों, हमारी काशी बहुरंगी संविधान की नगरी है। यहां भगवान शंकर का पवित्र ज्योतिर्लिंग है, मणिकर्णिका मोक्ष तीर्थ है, यहां सारनाथ ज्ञान का स्थान है। दशकों बाद बनारस के विकास के लिए एक साथ इतने ही काम हो रहे हैं। अन्यथा, काशी को अपने हाल पर ही छोड़ दिया गया था। इसलिए आज मैं हर काशीवासी के सामने एक प्रश्न उठा रहा हूं। फाइनल वो कौन सी पहेली है, जिसका कारण काशी को पहले विकास से रखा गया था? 10 साल पहले की स्थिति याद किग, बनारस विकास के लिए तरस रहा था। लंबे समय तक जब तक यूपी में सरकार नहीं बनी, जो दशकों तक दिल्ली में सरकार में रहे, उन्हें कभी-कभी चिंता क्यों नहीं होती? इसका जवाब है- भाई-भतीजावाद और तुष्टिकरण की राजनीति। कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, ऐसे में बनारस का विकास न पहले था, न भविष्य में कभी होगा। इन संस्थानों ने विकास में भी किया भेदभाव। जबकि हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर काम करती है। हमारी सरकार किसी भी योजना में भेदभाव नहीं करती। हम जो कहते हैं, उसे पूरी ताकत से करते हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, आज अयोध्या में लाखों लोग प्रतिदिन रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं। विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं के लिए नटखट की तलाश भी वर्षों से थी। यह ऐतिहासिक काम भी हमारी सरकार ने पूरा किया है। ऐसे ही परिवार तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित थे। मुस्लिम बेटी को इससे मुक्ति का काम हमारी सरकार ने दिया। ये भाजपा की सरकार है जिसने असहमत आयोग को संवैधानिक मान्यता दी है, ये भाजपा की सरकार है जिसने किसी का हक चुने बिना गरीबों को 10 प्रतिशत प्रतिशत दिया है।

दोस्तो,

हमने अपना काम किया। हमने परिवार ने नियत तिथि से लेकर एनोटेशन लागू की, सत्यता से देश के हर व्यक्ति के जीवन को सुरक्षित बनाए रखने का प्रयास किया है, इसलिए देश भी हमें निरंतर आशीर्वाद दे रहा है। अभी हाल ही में हरियाणा में हमने देखा कि वहां लगातार तीन बार भाजपा की सरकार बनी है। जम्मू-कश्मीर में भी बीजेपी को रिकॉर्ड वोट मिले हैं।


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