दुनिया के सौराष्ट्र में विज्ञापित रतन टाटा का साम्राज्य जाने कौन बनेगा मालिक
अब कौन बनेगा मालिक, रतन टाटा के बाद
"मैं रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं। भारत की अर्थव्यवस्था का ऐतिहासिक उद्घाट-विधान के आधार पर है, और रत्न के जीवन और कार्य ने हमारी स्थिति में बहुत योगदान दिया है। इसलिए, इस समय उनके सिद्धांत का आकलन होता है उनकी पहचान के बाद, हम बस इतना ही कर सकते हैं कि उनके उदाहरण के लिए खुद को डेट करें। वह एक थे और सफलता तब मिली जब उन्हें वैश्विक समुदाय की सेवा में शामिल किया गया।
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रतन टाटा की संपत्ति: परोपकार की ओर लचीला जीवन
रतन टाटा की नेटवर्थ की बात करें तो 2022 में यह करीब 3800 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। आइएल वेल्थ हुरुन इंडियन रिच लिस्ट के अनुसार, उस समय उनकी रैंकिंग 421 थी। हालाँकि, उनकी संपत्ति उनके व्यवसाय से काफी कम थी और इसका मुख्य कारण यह है कि वह अपनी आय का ज्यादातर हिस्सा दान कर देते थे।
ट्रस्ट के माध्यम से उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास क्षेत्र में बड़े पैमाने पर काम किया। उनकी संपत्ति का एक बड़ा हिस्सा इन परोपकारी कार्यों पर खर्च किया गया। यही कारण है कि उन्हें न केवल एक सफल व्यक्ति के रूप में जाना जाता है, बल्कि एक महान परोपकारी व्यक्ति के रूप में भी जाना जाता है।
रतन टाटा का प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
रतन टाटा का जन्म 1937 में एक प्रतिष्ठित पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता नवल टाटा और माता सीता थे। वे जीवन भर ब्रह्मचारी रहे और समाज कल्याण के लिए काम करते रहे। उनके परिवार में भारत के प्रमुख पारसी परिवार के लोग शामिल हैं और रतन टाटा ने इस विरासत को आगे बढ़ाया था।
रतन टाटा का उत्तराधिकारी कौन होगा?
रतन टाटा की मौत के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि टाटा ग्रुप की कमान कौन संभालेगा। रतन टाटा की कोई संतान नहीं होने के कारण उनके उत्तराधिकारी को लेकर पहले से ही प्रस्ताव नीचे दिए जा रहे थे। अब उनके निधन के बाद ये चर्चा और तेजी सामने आ रही है।
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